कभी भी किसी व्यक्ति को स्वयं आचरण न करें।
1989 में यह एक असली घटना थी।
लॉरी 6 टायर ड्राइवर अपने काम में है-वह सामान पहुंचाने के दौरान, अपने वाहन के सामने टायर पंचर को देखा । अंधेरा आकाश के बारे में 11:45 बजे है । दिनभर गरज-चमक के साथ तेज बारिश का पानी भर गया। बारिश का पानी सड़क के किनारे बह रहा था। टायर पंक्चर की वजाह से अपना वाहन पार्क कर देता है। वह बाहर आता है, और टायर पंचर, उनके कुल आठ बोल्ट बारिश के पानी में बह गए । चालक को गांव में जाने के, और बोल्ट खरीदने और लाने की बात सुझी ।
वहां बैठे व्यक्ति ने ड्राइवर से पूछा, वाकई आपको क्या चाहिए? बोल्ट सभी बारिश के पानी में बह रहे थे, इसलिए ड्राइवर ने समझाया कि नए बोल्ट खरीदे जाने चाहिए। ड्राइवर का कहना है कि इस स्थिति में आप मुझे क्या सुझाव दे सकते हैं । भारी बारिश, गरजति बिजली और समय 3:00 बाज राहा था ।
ड्राइवर ने उस पागल आदमी की बात सुनी और कहा, आपका आदर्श अद्भुत है, आप बुद्धिमान हैं, मानसिक मेंटल व्यक्ति नहीं हैं।
मेंटलआदमी ने कहा, "वास्तव में, मैं एक मानसिक मेंटल व्यक्ति हू, लेकिन मूर्ख नहीं था ।
नैतिक: कभी भी किसी व्यक्ति को स्वयं आचरण न करें।
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